जीने का बहेतरीन तरीका कौनसा ?
जीओ और जीने दो,
हसो और हसाओ
खुस रहो खुस रखो,
है बहेतरीन तरीका जीने का ।
जीने का बहेतरीन तरीका कौनसा ?
न फसो न फसाओ,
न रोओ न रूलाओ,
न दु:खी हो न दुःखी करो,
माफ करो दो, माफि मागीलो,
प्रेम करो, प्रेम पामो,
है बहेतरीन तरीका जीने का ।
जीने का बहेतरीन तरीका कौनसा ?
मैं ओ.के. तुम भी ओ.के,
मैं जीतु तुम भी जीतो,
मैं स्वीकार करू तुम्हे,
तुम भी स्वीकार करो मुझे ।
मैं सहन करू तुम्हे,
तुम भी सहन करो मुझे ।
है बहेतरीन तरीका जीने का ।
जीने का बहेतरीन तरीका कौनसा ?
मैं न रूठू तुम्हे से
तुम भी न रूठो मुझसे ।
मैं खुस रखु तुम्हे,
तुम भी खुस रखो मुझे ।
मैं न शिकायत करू तुम्हे,
तुम भी न करो शिकायत मुझे ।
विनोद आनंद 20/06/2017 फेंन्ड, फिलोसोफर,गाईड
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