3553 मैं सेवक देश का

सभी भारतियों को १५ अगस्त
स्वातंत्र्य दिन पर मेरी शुभ
कामनाए ।  देश के प्रति मेरा
प्रेम और निष्ठा का प्रति मेरी
कविता ” मैं  सेवक देश का “
करता हूँ अर्पण

मैं सेवक देश का 
मुझे देश सेवा करनी है ।

भारत मेरा देश,
दिल में है जज्बात ,
मन में  है अरमान,
होठों पे है गीत देशभक्ति के,
आंखो में सपना सेवा का ।
मैं  सेवक देश का ।
मुझे देश सेवा करनी है ।

जन सेवा ये देश सेवा
मुझे जन सेवा करनी है
मैं  सेवक देश का ।
मुझे देश सेवा करनी है ।

जन्म मीला है भारत में
खुश किस्मत हूँ मैं
करता हूँ वादा
जन्मो जन्म भारत में
जन्म लेना का  ।
मैं सेवक देश का
मुझे देश सेवा करनी ।

पहेली बडी देश सेवा
है ईन्सान बनने कि
कोशिश करता रहेता हूँ
ईन्सान बनने कि ।
मैं  सेवक देश का ।
मुझे देश सेवा करनी है

दूसरी बडी सेवा है,
निष्टा से काम करने कि
कोशिश करता रहेता हूँ 
निष्ठा से काम करने कि
मैं  सेवक देश का ।
मुझे देश सेवा करनी है ।

कोशिश करता हूँ
सब से बडी देश सेवा
ईन्सानयत और निष्ठा का
पाठ शीखाने कि बच्चों को
विद्यालय में जाके ।
मैं  सेवक देश का ।
मुझे देश सेवा करनी है ।

प्रेम है मुझे
भारत देश
से गर्व है भारत देश पर,
मैं इज्जत का रक्षक
स्वतंत्रता का रखवाला ।
मैं  सेवक देश का ।
मुझे देश सेवा करनी है ।
 
जिस देश में ईन्सान
हो, वो देश है महान ।
कोशिश है मेरी  ईन्सान
बनाने कि होगी कामीयाब ।
मै सेवक देश का,
मुझे देश सेवा करनी है ।

साथ चाहता हूँ सबका
साथ दे मुझे, हाथ बँटाए ।
आओ देश को बनाए महान
मै सेवक देश का
मुझे देश सेवा करनी है ।

विनोद आनंद, देश प्रेमी
फ्रेन्ड फिलोसोफर गाईड
मोटीवेटर स्पीकर, लेखक
जयभारत,जयहिंदी,जयभारत

3047 सफल-असफल व्यक्ति

सफल व्यक्ति असफल व्यक्ति
में क्या अलग होता है ।

  • सफल व्यक्ति असफलता से
    डरता नहि । असफल व्यक्ति
    असफलता से डरता है ।
  • सफल व्यक्ति असफल हो कर
    हारता नहि फिर प्रयत्न करता है ।
    असफल व्यक्ति हार जाता है ।
    कोई प्रयत्न नहि करता ।
  • सफल व्यक्ति जो नापसंद काम
    मन लगा के करता । असफल
    व्यक्ति नापसंद काम नहि करता ।
  • सफल व्यक्ति सफलता पचा
    शकता है गर्व करता है, लेकिन
    अभिमान नहि करता ।
    असफल व्यक्ति एक बार सफल
    हो कर जमीन पे पैर नहि रखता ।
  • सफल व्यक्ति हर काम अलग
    तरीके से करता है और नया नया
    शीखता रहेता है । असफल व्यक्ति
    काम में कोई बदलाव नहि करता ।
  • सफल व्यक्ति गलतीओ से
    शीखता है, असफल व्यक्ति गलती
    दोहराता है और शीखता नहि ।
  • सफल व्यक्ति कि आदतें
    अच्छी होती है । असफल व्यक्ति
    कि आदते बूरी होती है ।
  • सफल व्यक्ति समय प्रबंधक,
    होता है और आयोजन युक्त
    जीवन जीता है । असफल व्यक्ति
    लक्ष्य हिन जीवन जीता है । समय
    कि किमत नहि समझता ।
    सफल व्यक्ति निष्ठापूर्वक और
    अपनी क्षमता से ज्यादा काम
    करता है । असफल व्यक्ति क्षमता
    से कम और उमीद से बहुत कम
    काम करता है । सफल व्यक्ति बनो
    असफल व्यक्ति नहि ।
    विनोद आनंद      18/03/2022
    फ्रेन्ड फिलोसोफर गाईड

2669 कहि सूनी बातें-17

* जीवन यात्रा
जीवन एक यात्रा है
रो कर जीओगे यो
लंबी लगेगी और हंस
कर जीओगे तो कब
पूरी होगी पता नहि
चलेगा ।
* अपना-पराये
केवल रक्तबंधन से
हि कोई अपना नहि
होता प्रेम, सहयोग,
विश्वास, सन्मान
सहानुभूति, निष्ठा
ये एसे भाव है कि
जो पराये को भी
अपना बनाले ।
* हिसाब
उँगली उठे तो बेईज्जती
अँगुठा उठे तो तारिफ
अँगुठा से उँगली मिले
तो लाजवाब । यहि है
जिंदगी का हिसाब ।
* विश्वास
ज्ञान, धन और विश्वास
तीनो अच्छे दोस्त ।
जुदा होते वक्त हम फिर
कहाँ मिलें । ज्ञान ने कहा
मैं मंदिर में मिलूंगा और
धने कहा मैं अमीर के घर
मिलूंगा ।विश्वास ने कहा
मैं एक बार चला जाता हूँ
तो कभी नहि मिलूंगा ।
विनोद आनंद 15/07/2021
फेन्ड फिलोसोफर गाईड

1334 काम का आरंभ कौसे करे ?

आरंभ सही तो काम सही
पहेले कुछ क्षण मौन से
मनको शांत करो और
ईश्र्वर कि साक्षी में शुभ
संकल्प करो सफलता मिले।
काम करने कि उर्जा ईश्र्वर से
प्राप्त करो और सकारात्म
सोचो से काम प्रसन्न चित
और मन कि एकाग्रता से
आरंभ करने से काम पूर्ण होगा ।
परिवार के सभी सदस्य कि
शुभ कामना और आशीर्वाद
ग्रहण करे जिसे सफल होने
कि शक्यता बढेगी ।
उस के साथ अपनी निष्ठा
और पुरूषार्थ से काम करो
तो सफलता अवश्य मिलेगी ।
सही काम का आरंभ से
आधा काम हो जाता है ।
कोई भी काम का आरंभ
अशांत मन, अशुभ और
नकारात्मता से मत करो ।
काम हि ईश्र्वर कि पूजा है ।
विनोद आनंद 20/10/2018
फ्रेन्ड,फिलोसोफर,गाईड