युवा अवस्था मनुष्य जीवन का
सब से महत्त्वपूर्ण पडाव होता है ।
जिस वक्त मनुष्य के पास ताकत,
सामर्थ्य, हिंमत, जूनून होता है
लेकिन होस नहि होता है ।
इसलिऐ लोगोंको युवा अवस्था
का महत्त्व समझ कर सफलता
के लिए अपने लक्ष्य पर ध्यान
देकर पुरा प्रयास करना है । ईस
में किगई गलती पूरे जीवन को
बरबाद कर देगी । जब हम जन्म
लेते है तब हम न अच्छे, न बूरे
होते है । लेकिन हमारे संस्कार,
माहोल, सोच और कर्म हि हमे
अच्छा या बुरा ईन्सान बनाता है ।
हम कभी अच्छी आदतें अपनाते है
एसे बुरी आदते भी अपना लेते है ।
जो ईन्सान बुरी आदतों को छोड
के अच्छी आदतें अपनाता है वो
हि अपना जीवन बहुत अच्छे से
जी शकते है । लेकिन कुछ लोग
बुरी आदतों के चक्रव्यूह से नहि
निकल पाते है और बुरी तरह से
फस जाते है उस का जीवन नर्क
में बदल जाता है । जीवन को
बरबाद होने से रोना है तो चार
चीज़ो का ध्यान रखो और उसे
दूरी बनाए रखो ।
१) आलस्य : मनुष्य को आलस्य
कि बीमारी जकड लेती है और वो
जीवन में सफल नहि हो शकता ।
आलसी मत बनो । सूरज उगने से
पहेले उठ जाओ और अपने लक्ष्य
के प्रति प्रतिबध्ध रह के काम करो ।
आलस्य एक नकारात्मक गुण है ।
युवाओं में आलस का स्थान नहि
होना चाहिए बलकि अनुशासन के
साथ जीना चाहिए ।
२) नशा : नशा तो युवाओं के लिए
अभिशाप है । जिस युवा को नशे
कि लत लग जाती है वो जीवन में
दुःख दर्द हि झेलते है । नशे से
शारीरिक, मानसिक, आर्थिक
नुकशान भुगतना पडता है और
जीवन बरबादीके रास्ते चलता है ।
जीवन नर्क कि भाँति परेशानी,
मुश्किलें, यातनाओं, बिमारीओं
से भर जाता है । दारू, तमाकू,
द्रग्स, वगैरह के नशे बचो ।
नशे में हम अपना जीवन बरबाद
करते है, परिवार को भी चैन से
जीने नहि देते, बोज बन जाते है ।
नशे के बार में सोचना हि मना है ।
३) कुसंग (गलत संग) : युवाओं
को सब से ज्यादा, तुरंत प्रभाव
गलत संगत से पडता है । जो
नशा करता है, आलसी है और
कई बुरी आदतों का शहेनशाह
है उसे दूर रहो । अच्छी आदतें
अच्छी सोच और कर्म करे उस
का संग करो । सत्संग से संत
बन शकते हो, कुसंग से दानव
बन शकते । कुसंग नहि छोडोगे
मतलब बरबादी को निमंत्रण ।
सत्संग करना मतलब आबादी
को निमंत्रण ।
४) जुए कि लत : जुए कि लत
ईन्सान को गरीब बना शकती
है जुगार खेल कर अमीर नहि
बन शकते । जुए में हारों या
जितो जुए खेलतने कि ईच्छा
तृप्त नहि होती ओर बढती है,
बरबादी का कारण बनती है ।
चार बरबादी के कारणो से दूर
रहेगा वो ईन्सान स्वर्ग का सुख
पा शकता है वरना नर्क कि
यातनें भूगतनी पडेगी । युवाओ
सावधान, चौकने और जागृत
होकर जोस के साथ होस में
सोच समझ कर जीओ तो हि
कामीयाब होगे एक दिन ।
विनोद आनंद २०/०२/२०२४
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